दोस्तो। एक बात तो तय है कि अम़न-शान्ति, याराना, मोहब्बत की बात एवं सोच रखने वाले लोगों की एक अलग ही पहचान होती है। जो प्रत्येक व्यक्ति उसे महसूस कर सकते हैं। और जुल्म, अत्याचार, हिंसा, कठोरता, अन्याय जैसे अनेक तरह के भ्रष्टाचार के सोच-विचार रखने वाले लोगों की अलग ही होलिया होती है जिसे एक समझदार व्यक्ति ही महसूस कर सकता है। अच्छा एक बात बताए कभी आप ने सुना या देखा है कि राजनीति वाले भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले मीडिया के खिलाफ कोई बात या किसी तरह का कोई प्रदर्शन किये हों। क्यों कि
उन के अंदर से इन्सानियत चली गई है। और उन की ज़मीर मर चुकी है।
सजा : प्रत्येक भ्रष्टाचार एवं नफरत फैलाने वाले आम से आम एवं खास से खास व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाना अवश्य है।
वचन : दोस्तो! एक होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना है एवं प्रत्येक तरह के भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। क्यों कि हम जुल्म, अत्याचार, हिंसा, कठोरता, अन्याय जैसे अनेक तरह के भ्रष्टाचार को नहीं देख सकते।
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