समुद्र का पानी पाक है।
समुद्र का पानी पाक है या नापाक?
हजरत अबु हुरैरा रजी अल्लाहु अनहू वर्णन करते हैं कि रसुलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने समुद्र के पानी के बारे में इर्शाद फरमाया है कि " समुद्र का पानी पाक है। और इसका मुर्दा हलाल है।
( इस हदीस को अबुदाऊद, तिरमीजी, नसाई, ईब्ने माजा और ईब्ने अबी शीबाह ने वर्णित किया है।)
* इस हदीस से साबित होता है कि समुद्री पानी का पाक होना, उस से वजू करना उसको अपने इस्तेमाल में लाना सही है और इसी तरह यह भी साबित होता है कि जो जानवर सिर्फ समुद्र में रहते हैं यानी वह समुद्र के बाहर जिंदा नहीं रह सकता। वह सब हलाल है। चाहे समुद्र में मर जाए। या निकालने के बाद मर जाए और यह कि समुद्र में यात्रा करना जायज है।
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