खुशहाल एवं आरामदायक जीवन
अगर हमें एक खुशहाल एवं आरामदायक जीवन चाहिए तो सर्व प्रथम हमें अपने अंदर की सुस्ती एवं कोताही दूर करना होगा क्योंकि सुस्ती एवं कोताही है। एक व्यक्ति के लिए सबसे बड़ा शत्रु है। जो उसको आगे बढ़ने नहीं देता है। जो उससे हर वक्त उसकी खुशी छीन लेती है। उसको हमेशा सोचने पर मजबूर कर देता है। उसके अच्छे भाग्य को अपनी सुस्ती एवं कोताही की वजह से खो बैठता है।
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